निरंतर विभाजित किए जा रहे भारत में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन पाखंड है

Yogesh Pratap Shekhar | 15 August 2023 | The Wire

Photo: Twitter/@IndiaInSL.

अब भारत के विश्वविद्यालयों के लिए रिवाज़ हो गया है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली (यूजीसी) से कोई भी सूचना ज़ारी होती है, जिस में उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए ‘अनुरोध’ होता है पर उच्च शिक्षण-संस्थान उसे आदेश की तरह ग्रहण कर उस के क्रियान्वयन में लग जाते हैं. तो इस बार भी साल 2021 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ आयोजित करने के लिए देश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं कॉलेजों के प्राचार्यों को एक ‘अनुरोध’ यूजीसी द्वारा भेजा गया.

क्या 14 अगस्त को विभाजन हुआ था?  

सब से पहले तो यही कि दिनांक 14 अगस्त का भारत विभाजन की विभीषिका से कोई लेना-देना नहीं है. इस दिन पाकिस्तान देश का जन्म हुआ था न कि विभाजन की विभीषिका की शुरुआत! मान्य इतिहासकार आदित्य मुखर्जी ने स्पष्ट किया है कि विभाजन की विभीषिका की शुरुआत 17 अगस्त 1947 से होती है जब भारत-पाकिस्तान बंटवारे के लिए ‘रेडक्लिफ लाइन’ की घोषणा होती है.

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